प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घाना में राष्ट्रीय पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र सिर्फ एक व्यवस्था नहीं, बल्कि एक जीवंत संस्कृति है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घाना यात्रा: मुख्य बातें
1. घाना की संसद को संबोधित किया
पीएम मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए कहा, "यह लोकतंत्र की भावना से भरी भूमि है और घाना पूरे अफ्रीका के लिए प्रेरणा है।" उन्होंने भारत और घाना के बीच ऐतिहासिक संबंधों और औपनिवेशिक शासन के खिलाफ संघर्ष को याद किया। 2. अफ्रीका के साथ भारत का गहरा संबंध
पीएम मोदी ने कहा, "मैं चंद्रयान-3 की सफलता और मौजूदा अंतरिक्ष स्टेशन मिशन के दौरान अफ्रीका में था - यह कोई संयोग नहीं है।" भारत ने घाना को जी20 की अध्यक्षता के दौरान जी20 का स्थायी सदस्य बनने में मदद की। 3. लोकतंत्र और भारत का विविधतापूर्ण मॉडल
भारत में 2,500 से अधिक राजनीतिक दलों, 22 आधिकारिक भाषाओं और विविधता में एकता की भूमिका पर जोर दिया। "लोकतंत्र केवल एक व्यवस्था नहीं है, बल्कि हमारा मौलिक मूल्य है।"

4. भारत-घाना सहयोग के नए क्षेत्र
डिजिटल प्रौद्योगिकी: भारत यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) के माध्यम से घाना को फिनटेक सहायता प्रदान करेगा। शिक्षा: आईटीईसी और आईसीसीआर योजनाओं के तहत छात्रवृत्ति दोगुनी की जाएगी। रक्षा: सैन्य प्रशिक्षण, रक्षा आपूर्ति और साइबर सुरक्षा में सहयोग। स्वास्थ्य: जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सस्ती दवाइयों और टीकों के विकास में घाना को सहायता। 5. सर्वोच्च सम्मान
घाना के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को "द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना" पुरस्कार से सम्मानित किया। 6. वैश्विक चुनौतियां और भारत-घाना साझेदारी
जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और साइबर खतरों जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक शासन में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। निष्कर्ष पीएम मोदी ने घाना के साथ भारत के आर्थिक, रक्षा, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह दौरा अफ्रीका-भारत साझेदारी को एक नई रूपरेखा प्रदान करेगा।

लेख प्रकाशित | Thu | 03 Jul 2025 | 8:31 PM