"ईरान के पास परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त यूरेनियम है, IAEA ने चेतावनी दी; अमेरिका ने साइट को नष्ट करने की धमकी दी"

ईरान का परमाणु कार्यक्रम और अंतर्राष्ट्रीय तनाव: मुख्य बिंदु
1. IAEA की चेतावनी:
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के निदेशक राफेल ग्रॉसी ने कहा है कि ईरान के पास 60% संवर्धित यूरेनियम का भंडार है, जो परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त है। ईरान की कुछ परमाणु सुविधाएँ अभी भी बरकरार हैं, और यह कुछ महीनों में अपने परमाणु कार्यक्रम को फिर से शुरू कर सकता है। ईरान ने IAEA को फोर्डो परमाणु स्थल का निरीक्षण करने से रोक दिया है और एजेंसी के साथ अपनी साझेदारी तोड़ दी है।

2. यूएस-इज़राइली हमले:
13 जून को, इज़राइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य स्थलों पर हमले शुरू किए। अमेरिका ने दावा किया कि उसने B2 बमवर्षकों से ईरान की फोर्डो, नतांज़ और इस्फ़हान परमाणु सुविधाओं को नुकसान पहुँचाया है। हमलों के बाद, ईरान ने IAEA के साथ सहयोग बंद कर दिया, जिससे परमाणु गतिविधियों की निगरानी करना मुश्किल हो गया।

3. ईरान-अमेरिका के बीच जुबानी जंग:
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने ट्रंप को खुमैनी का अपमान करना बंद करने की चेतावनी दी। ट्रंप ने ट्वीट किया कि उन्होंने "खुमैनी को एक भयानक मौत से बचाया", जिस पर ईरान ने जवाब देते हुए कहा, "अगर ट्रंप सौदा करना चाहते हैं, तो अपनी भाषा बदलें।" इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि इजरायल खुमैनी को मारना चाहता है, लेकिन यह उसकी पहुंच से बाहर है। 4. तेहरान जेल पर हमला:
ईरानी न्यायपालिका ने 23 जून को तेहरान जेल पर हुए हमले में 71 लोगों की मौत की पुष्टि की। ईरान ने इजरायल पर हमला करने का आरोप लगाया है। परिणाम और आगे की चर्चा:
विश्व समुदाय ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चिंतित है। अमेरिका, ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ रहा है, जिससे और अधिक युद्ध या कूटनीतिक समाधान हो सकता है। आईएईए की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन ईरान के साथ संचार टूटने से सूचना का नुकसान हुआ है।
इस स्थिति में, शांतिपूर्ण वार्ता और अंतरराष्ट्रीय दबाव की आवश्यकता बढ़ गई है।

लेख प्रकाशित | Sun | 29 Jun 2025 | 8:54 PM