
"हाथियों को मारने का विरोध बनाम समर्थन: महंतों के विचारों में तीव्र मतभेद"
अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के हाथी बाड़े में महावत द्वारा हाथी को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो में हाथी को 43 सेकंड में 19 बार डंडे से मारा जाता दिख रहा है, जिससे पशु प्रेमियों में गुस्सा है। मंदिर की ओर से सफाई: घटना को सही ठहराते हुए जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दासजी महाराज ने कहा है, "महावत ने हाथी को उसकी भाषा समझाने के लिए पीटा, उसे नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।" उन्होंने कहा कि हाथी को नियंत्रित करने के लिए इस तरह का तरीका अपनाया जाता है और यह हाथी रथ यात्रा के दौरान बेकाबू होने वाला हाथी नहीं है। ज्योतिनाथ महाराज की प्रतिक्रिया: ज्योतिनाथ महाराज ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "पशुओं के साथ ऐसी क्रूरता कभी स्वीकार्य नहीं है। सरकार और पशु कल्याण संगठनों को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।"
पेटा इंडिया की मांग:
इस घटना और रथ यात्रा के दौरान हाथियों के इस्तेमाल को लेकर पेटा इंडिया ने गुजरात सरकार को पत्र लिखकर जुलूस में हाथियों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने एक यांत्रिक हाथी दान करने की पेशकश भी की है।
निष्कर्ष:
इस घटना ने पशु अधिकारों और धार्मिक परंपराओं के बीच बहस को फिर से हवा दे दी है। मंदिर प्रशासन जहां इस कृत्य को सही ठहरा रहा है, वहीं पशु अधिकार संगठन ऐसी प्रथाओं को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में सरकार के स्तर पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जरूरी हो गए हैं।
लेख प्रकाशित | Sun | 29 Jun 2025 | 8:24 PM