"राजकोट में मेघराजा का प्रकोप: आंधी, बिजली और हवा के कारण तूफानी बारिश!"

राजकोट में आज शाम हुई भारी बारिश और आंधी ने शहरवासियों को राहत और परेशानी दोनों ही दी। मुख्य बिंदुओं का सारांश इस प्रकार है:

मुख्य घटनाक्रम:
- शाम करीब 5 बजे काले बादल छा गए और गरज के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। - दिनभर 40 डिग्री सेल्सियस की भीषण गर्मी के बाद बारिश ने ठंडी हवा तो दी, लेकिन यातायात और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

शहर पर असर:
1. यातायात अव्यवस्था:
- निर्मला रोड, कलावड़ रोड, 150 फीट रोड, यूनिवर्सिटी रोड जैसी प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया, खासकर दोपहिया वाहन सवारों को परेशानी हुई। - स्कूलों और दफ्तरों से निकले लोगों को दुकानों या ओवरब्रिज के नीचे शरण लेनी पड़ी।

2. बिजली:
- बार-बार गरज और तेज आवाज से बच्चे डरे हुए थे, लेकिन ज्यादातर लोग गर्मी से राहत पाकर खुश थे।

3. बाढ़ का खतरा:
- ड्रेनेज सिस्टम फेल होने के कारण कुछ इलाकों में पानी बढ़ गया, निचले इलाकों (जैसे मावड़ी, पारेवाड़ी चौक) पर ज्यादा असर पड़ा।

सकारात्मक नतीजे:
- किसानों के लिए उम्मीद: बारिश से मानसून आने की संभावना बढ़ी, खेतों की तैयारी में मदद मिली।
- तापमान में गिरावट: करीब 4-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली।

मौसम पूर्वानुमान:
- मौसम विभाग ने "प्री-मानसून गतिविधि" घोषित की है। - सौराष्ट्र में अगले 24-48 घंटों के दौरान फिर से गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।

निष्कर्ष: बारिश ने गर्मी को कम किया है, लेकिन शहरी बुनियादी ढांचे (जलभराव, यातायात प्रबंधन) के मुद्दों को उजागर किया है। किसान और आम जनता अब और मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं।

लेख प्रकाशित | Sat | 14 Jun 2025 | 8:56 PM